Friday, 17 May 2024

अमेठी एक कहानी

       स्मृति जुबिन ईरानी           केएल शर्मा
              बीजेपी                        कांग्रेस

राजस्थान टीम अमेठी

शमशेर भालू खान लाइव

अमेठी, एक कहानी
वर्ष 1967 में अमेठी लोक सभा क्षेत्र के रूप में भारत के मानचित्र पर आया। इस से पहले इस क्षेत्र में सुल्तानपुर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत चुनाव होते थे। अमेठी भारत का प्रमुख शहर एवं राजनीतिक दृष्टिकोण से गांधी परिवार के कारण एक महत्वपूर्ण लोकसभा क्षेत्र है। यह भारत के गांधी परिवार की कर्मभूमि है। पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु के पोते संजय गाँधी, राजीव गाँधी तथा उनकी पत्नी सोनिया गाँधी ने इस जिले का प्रतिनिधित्व किया है। 2014 से 2019 तक आम चुनाव में राहुल गाँधी यहाँ से साँसद चुने गए।

जनसंख्या आंकड़े
नाम -  अमेठी प्रचलित नाम रायपुर अमेठी
 (जनगणना- 2011 के अनुसार)
क्षेत्रफल - 2329.11 वर्ग कि.मी.
समुद्र तट से ऊंचाई - 100 मीटर 
कुल ग्राम - 995
भाषा - हिंदी 
प्रचलित भाषा - अवधि
जनसंख्या - 18,67,678 (पुरुष - 9,45,235 महिला - 9,22,443)
लिंगानुपात - 1000/908
साक्षरता - 59.08%
जिला गठन एक जुलाई 2010 (यूपी का 72 वा जिला मायावती सरकार)
जिला गठन - सुल्तानपुर जिले की तीन तहसील मुसाफिरखाना, अमेठी, गौरीगंज और रायबरेली जिले की दो तहसील सलोन और तिलोई को मिला कर बनाया गया जिला है।शुरुआत में इसका नाम 2003 में मायावती सरकार द्वारा गठित जिले के रूप में छत्रपति साहूजी महाराज नगर था परन्तु इसे पुनः बदलकर अमेठी कर दिया गया। 

स्थिति और नाम का परिवर्तन
त्यकालीन मुख्यमंत्री मायावती ने 21 मई 2003 को छत्रपति शाहूजी महाराज नगर जिले के नाम से गठन किया था, लेकिन सत्ता परिवर्तन के बाद उनके कट्टर राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी मुलायम सिंह यादव ने उसी वर्ष 23 नवंबर 2003 को इसे रद्द कर दिया। 2003 में, अमेठी के एक वकील उमा शंकर पांडे ने जिले के गठन को रद्द करने के आदेश को उच्च न्यायालय में चुनौती दी थी।
बसपा ने 2007 के उत्तर प्रदेश राज्य विधान सभा चुनाव में जीत हासिल की और तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने फिर से जिले के गठन का आदेश दिया।
मुख्यालय - गौरीगंज 
पिनकोड - 227405
दूरभाष कोड - +91-5368
वाहन पंजीकरण - UP-36
नदी - मनोरमा
नहर - शारदा नहर
फसल
सब्जियां, गेहूं, सरसों, गन्ना, दालें, तिलहन, जौ, ज्वार रबी,खरीफ,ओर जायद तीनों फसलें। किसानों की खेती को आवारा पशुओं से काफी नुकसान होता है।
मिट्टी - 
दोआब क्षेत्र की दोमट और काली मिट्टी
फल - 
आम, कटहल,पपीता व मैदानी फल।
लकड़ी - 
शीशम,सागवान,सफेदा और ताड़ 

आय के साधन - 
कृषि,बागवानी, और खुली मजदूरी। इसके साथ ही अधिकांश कमाने योग्य व्यक्ति/परिवार दिसावर (यूपी से बाहर मजदूरी)

विधानसभा क्षेत्र
01. तिलोई
02. सलोन
03. जगदीशपुर
04. गौरीगंज
05. अमेठी

स्वतन्त्रता संग्राम और अमेठी - 
कादूनाला- मुसाफिर खाना तहसील में स्थित एक ऐतिहासिक स्थान जहाँ पर 1857 की क्रांति में भालेसुल्तान क्षत्रियों के साथ लड़ाई हुई, जिसमे सैकड़ो क्षत्रियों ने अपने प्राणों कि आहुति दी! जिसके याद में मुसाफिर खाना तहसील से 5 किलोमीटर पश्चिम में कादुनाला पुल के आगे थौरी मार्ग पर एक विशाल शहीद स्मारक का निर्माण हुआ,और प्रत्येक वर्ष कार्तिक एकादशी के दिन यहाँ मेला आयोजित होता है!

अमेठी रियासत कालीन इतिहास -
राजा सोढ़ देव ने तुर्कों के आक्रमण के दौरान सन 966 ई. में इस रियासत की स्थापना की थी। तब से अब तक अमेठी रियासत ने कई झंझावातों को झेला लेकिन उसका मान-सम्मान और गरिमा बनी रही। रियासत के हर नरेश ने इसको आगे बढ़ाया। यहां राजा सोढ़ देव ने 966 ई. से 1007 ई. तक शासन किया। तुर्कों के बाद मुगल शासकों ने भी इस रियासत पर हमले किए।
अंग्रेजों ने अमेठी रियासत के विलय का भी प्रयास किया, जिसमें वे असफल रहे। 1842 में राजा विशेषवर बख्श सिंह की मौत हो गई। उनकी मौत के बाद रानी पति के मृत शरीर को गोद में लेकर सती हो गईं। मान्यता के अनुसार आज भी क्षेत्र की महिलाएं प्रत्येक गुरुवार को सती महारानी मंदिर पर दुरदुरिया का आयोजन कर सुहागिन रहने का आशीर्वाद मांगती हैं।
राजा विशेषवर बख्श सिंह के बाद राजा लाल माधव सिंह ने 1842 में गद्दी संभाली।
1891 में इनकी मृत्यु के बाद राजा भगवान बख्श सिंह अमेठी के राजा बने। राजा भगवान बख्श सिंह के चार पुत्र जंगबहादुर सिंह, रणवीर सिंह, रणंजय सिंह और शत्रुंजय सिंह थे। रणवीर सिंह की कम उम्र में मौत हो गई। जंग बहादुर सिंह और शत्रुंजय सिंह व रणंजय सिंह संतानहीन थे।
1962 ई. में राजा रणंजय सिंह ने ब्लॉक भेटुआ के अमेयमाफी निवासी गयाबख्श सिंह के पुत्र संजय सिंह को अपना दत्तक पुत्र बनाया। उस समय संजय सिंह कक्षा पांच की पढ़ाई कर रहे थे।

अमेठी का राजनीतिक इतिहास - 
अमेठी को राष्ट्रीय परिदृश्य में पहचान 1975 में गांधी परिवार से पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के पुत्र संजय गांधी के अमेठी के अति पिछड़े गांव खेरौना में देश भर के खास चुने गए युवा कांग्रेसियों के साथ श्रमदान करने और यहां से सक्रिय राजनीति से भाग लेने से हुई।
संजय गांधी के अमेठी में सक्रिय होने के साथ ही देश में आपातकाल घोषित हो चुका था। इसके बाद 1977 के लोकसभा चुनावों में संजय गांधी और इंदिरा गांधी की बुरी तरह पराजय हुई थी। यूपी, एवं बिहार में खाता नहीं खुला। अमेठी निवासी रवींद्र प्रताप सिंह ने संजय गांधी को हराकर संसद में प्रवेश किया।
1980 के मध्यावधि चुनाव में इंदिरा गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार में वापसी हुई। इन्दिरा गांधी रायबरेली से और संजय गांधी अमेठी के सांसद बने, दुर्भाग्य से विमान दुर्घटना में संजय गांधी की मृत्यु हो गई।
गांधी परिवार ने कुछ समय बाद इस मानवीय क्षति से उबरते हुए अमेठी के सियासी परिवार से ताल्लुक रखने वाले राजकुमार संजय सिंह सहित विभिन्न नेताओं के प्रयास एवं अनुरोध पर राजीव गांधी सक्रिय राजनीति में आए और 1981 में अमेठी से सांसद बने जो जीवन के अंतिम समय (20 मई 1991) तक संसद में अमेठी का प्रतिनिधित्व करते रहे। 1981में संजय गांधी की पत्नी मेंनका गांधी पारिवारिक विवाद के कारण इंदिरा गांधी से अलग हो गईं। इसके बाद 1984 में इन्दिरा गांधी की हत्या के बाद उपजी जटिल परिस्थितियों में राजीव गांधी को प्रधानमंत्री का पद स्वीकार करना पड़ा। 31 अक्टूबर 1984 को इंदिरा गांधी की हत्या के कुछ ही महीनों के बाद संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में सहानुभूति लहर का बेहद प्रभाव रहा तथा कांग्रेस को पूर्ण बहुमत प्राप्त हुआ और राजीव गांधी देश के प्रधानमंत्री बने। विशेष रूप से युवाओं में राजीव 'मिस्टर क्लीन' के रूप में प्रसिद्ध हुए।
देश फिर एक और चुनाव की ओर बढ़ ही रहा था कि इसी दौरान 1991 में चुनाव अभियान में राजीव गांधी की नृशंस हत्या कर दी गई। गांधी परिवार के लिए ये अब तक का सबसे बड़ा झटका था, क्योंकि अकेली सोनिया के साथ उनके छोटे बच्चे राहुल और प्रियंका थे। कांग्रेस को इसका सियासी फायदा मिला और उसकी सत्ता में वापसी हुई। वहीं राजीव गांधी की विरासत अमेठी को गांधी परिवार के करीबी कैप्टन सतीश शर्मा ने संभाला और दो बार लगातार न सिर्फ सांसद बने बल्कि केंद्र में पेट्रोलियम मंत्री रहे। उन्हीं के कार्यकाल में अमेठी क्षेत्र में राजीव गांधी पेट्रोलियम इंस्टीट्यूट की आधारशिला रखी गई। वर्ष 2008 में पूर्ण रूप से कार्य करने लगा।
1998 के लोक सभा चुनाव में अमेठी रियासत के राजकुमार डॉ. संजय सिंह ने भाजपा का दामन थाम लिया और कैप्टन सतीश शर्मा को हरा कर संसद पहुंचे। 1999 के संसदीय चुनाव में सोनिया गांधी ने पति राजीव की विरासत से चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। 
गांधी परिवार ने इसके बाद सियासत को खुलकर अपनाया और बाद में सोनिया गांधी ने जहां अपनी सास इंदिरा गांधी की संसदीय सीट रही रायबरेली को अपनाया और राहुल गांधी पिता की सियासत के गढ़ में डटे रहे। राहुल 2004 के लोकसभा चुनाव में पहली बार अमेठी से सांसद बने और 2014 में भी जीते जिनके प्रतिद्वंदी स्मृति ईरानी भाजपा और कुमार विश्वास आम आदमी पार्टी से थे |
भाजपा ने पुनः टीवी कलाकार स्मृति ईरानी को 2019 के चुनाव में उतारा जो पहली बार राहुल गांधी को हरा कर अमेठी से सांसद बनी।

प्रतिष्ठान - 
कोरवा अमेठी में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड की एक इकाई है जो भारतीय वायु सेना के लिए विमान बनाती है। अमेठी में इंडो गल्फ फर्टीलाइशर्स की एक खाद बनाने की इकाई भी मौजूद है।

धार्मिक स्थल - 
महर्षि पिप्पलाद आश्रम : यहां पीपरपुर ग्राम में मनोरमा नदी के पूर्वी तट पर महर्षि पिप्पलाद का पौराणिक आश्रम स्थित है जहां शिव लिंग भी स्थापित है। में महर्षि की मूर्ति एवम् प्राण प्रतिष्ठित शिव लिंग स्थापित है।
माँ अहोरवा भवानी देवी धाम सिंघपुर ब्लाक - 
माँ हिंगलज देवी धाम दादरा मुसाफिरखाना ब्लॉक,
माँ दुर्गनभवानी देवी धाम सैठा रोड गौरीगंज ब्लाक,
माँ कालिकन देवी धाम अमेठी - च्यवन मुनि की तपस्थली के रूप में ख्यात है। अमेठी जिले में स्थित प्रमुख तीर्थस्थल है।

शिक्षा एवं अमेठी - 
01. विश्वविद्यालय और कॉलेज - 
02. राजीव गांधी पेट्रोलियम प्रौद्योगिकी संस्थान
03. इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी
04. गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, अमेठी
05. फुटवियर डिजाइन और विकास संस्थान
06. राजीव गांधी राष्ट्रीय विमानन विश्वविद्यालय
07. बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय, सैटेलाइट कैंपस, अमेठी
08. आईआईआईटी टिकेमाफ़ी, अमेठी
09.राजर्षि रणंजय सिंह कॉलेज ऑफ फार्मेसी
10. राजकीय बालिका पॉलिटेक्निक, अमेठी
11. संजय गांधी पॉलिटेक्निक
12. राजर्षि रणंजय सिंह इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड 13. टेक्नोलॉजी (RRSIMT AMETHI), अमेठी

राजनैतिक स्थिति और अमेठी - 
 संसद की पांचवीं सभा से 17 वीं तक संसद के सदस्य कुल 16 चुनाव 1967 से 2019 तक हुए जिसमें एक बार जनता पार्टी, दो बार भाजपा और तेरह बार कांग्रेस विजय रही। एक बार संजय, पांच बार राजीव, एक बार सोनिया और तीन बार राहुल गांधी ने जीत दर्ज की। दो बार गांधी परिवार हारा है। एक बार गांधी परिवार ने आमने - सामने चुनाव लडा। सांसद रहते हुए दो गांधी परिवार के सदस्य शहीद हुए, एक बम ब्लास्ट और एक वायुयान दुर्घटना में। यहां प्रथम बार 188666 वोट पड़े।
प्रथम लोकसभा चुनाव में यहां कुल 531093 मतदाता थे जो वर्ष 2019 के आम चुनाव में बढ़कर 1720722 हो गाए।

लोकसभा चुनाव 1967 से 2019 - 
05 वीं लोकसभा 1967
कुल मतदान 188,666 (37.34%)
विद्याधर वाजपेई (अमेठी के प्रथम सांसद) inc 63,231
गोकुल प्रसाद पाठक ABJS- 59,566
ए वाहिद निर्दलीय 22,333 
जीत का अंतर - 3,665

06 वीं लोकसभा 1971 
विद्याधर वाजपेई inc दोबारा सांसद चुने गए।

07 वीं लोकसभा 1977
रवीन्द्र प्रताप सिंह जनता पार्टी 
संजय गांधी inc की हार

08 वीं लोकसभा 1980
कुल पोल वोट 338,531 (50.10%)
संजय गांधी inc - 170279  
मोहम्मद ए. JPS - 41,734
जीत का अंतर - 128,545

08 वीं लोकसभा 1981 (उप चुनाव संजय गांधी की मृत्यु)
कुल मतदान 307,523
राजीव गांधी inc - 258,884
शरद यादव LKD 21,188
जीत का अंतर - 237,696

08 वीं लोकसभा 1984 - (गांधी परिवार आमने - सामने)
कुल मतदान 446,289 (60.25)
राजीव गांधी inc - 365,041,  
मेनका गांधी निर्दलीय - 50,163, 
जीत का अंतर 314,878

09 वीं लोकसभा 1989 (गांधी जी के पोते राज मोहन गांधी और राजीव गांधी के मध्य)
कुल मतदान 425,746 (46.78%)
राजीव गांधी inc को 271,407
राज मोहन गांधी JD 69269 
कांशीराम बसपा 25,400, 
जीत का अंतर 202138

10 वीं लोकसभा 1991 
कुल मतदान 376,202 (40.97%)
राजीव गांधी inc 187138
रवीन्द्र प्रताप सिंह bjp 75,053
मोहम्मद नईम JD 54,680
जीत का अंतर 112085

10 वीं लोकसभा (उप चुनाव राजीव गांधी की मृत्यु)
उपचुनाव 1991
कुल मतदान - 332,195
सतीश शर्मा inc - 178,996
एमएम सिंह bjp - 79,687
आर. सिंह निर्दलीय - 47,033
जीत का अंतर 99,309

11 वीं लोकसभा 1996 
सतीश शर्मा inc - 157,868
राजा मोहन सिंह भाजपा - 117,725
चौधरी मोहम्मद अली सपा - 79,285 
अंतर 40,143 मत।

12 वीं लोकसभा 1998 - 
संजय सिंह bjp - 205,025
सतीश शर्मा inc 181,755
मोहम्मद नईम बसपा - 151,096 
जीत का अंतर - 23,270

13 वीं लोकसभा 1999
सोनिया गांधी inc - 418,960, 
संजय सिंह भाजपा - 118,948, 
पारस नाथ मोर्या बसपा - 33,658 
अंतर - 300,012

14 वीं लोकसभा 2004
कुल मतदान 589,596 (44.50%)
राहुल गांधी inc - 390,179, 
चंद्र प्रकाश मिश्र बसपा - 99,326, 
राम विलास वेदांती भाजपा 55,438 
जीत का अंतर - 290,853

15 वीं लोकसभा 2009
कुल पोल वोट 646650 (45.16%)
राहुल गांधी inc 464195
आशीष शुक्ला बसपा 93997
प्रदीप कुमार सिंह - 37570 
अंतर - 370,198

16 वीं लोकसभा 2014  
कुल पोल वोट 8,74,872 (52.39%)
राहुल गांधी inc - 408651, 
स्मृति जुबिन ईरानी 300748, 
धर्मेंद्र प्रताप सिंह बसपा - 57716 
अंतर - 1,07903

17 वीं लोकसभा 2019 
कुल पोल वोट 9,42,956 में से (54.08%) 
स्मृति जुबिन ईरानी bjp - 468,514
राहुल गांधी inc - 413,394 जीत का 
अंतर - 55,120 


अमेठी 2019 राहुल गांधी की हार के कारण ,- 
01. गांधी परिवार का व्यक्तिगत रूप से अनुपस्थित रहना, जो पहचान राजीव गांधी ने अमेठी के लोगों के बीच रह कर बनाई थी उसे तीन बार सांसद रह कर राहुल गांधी बरकरार नहीं रख पाए। 
02. दूसरी ओर भाजपा की तत्कालीन केंद्रीय मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी जो भारतीय टेलीविजन के माध्यम से हर घर तक पहले ही पहुंच चुकी थी और 2014 का चुनाव हारने के बाद राहुल गांधी से अधिक सक्रिय रूप से अमेठी में पैर पसारने लगी। अमेठी में मुख्य और विश्वास पात्र कांग्रेस के नेता उपेक्षा और खीज के कारण स्मृति जुबिन ईरानी से जुड़ गए।
03 राहुल गांधी के चुनाव कार्यकर्ता इस चुनाव में बहुत ढीले पड़ गए और चुनाव से पहले ही हार मान कर निढाल हो गए।
04 भाजपा के नव नेतृत्व ने कार्यकर्ताओं में सभी साधन और संसाधन उपलब्ध करवा कर जान फूंक दी। जिस से कार्यकर्ता अधिक जोश और जुनून से चुनाव में लगे।
05 inc का मतदाता सुदूर ग्रामीण अंचल में कमजोर और मजदूर वर्ग का है। मतदान हेतु साधन नहीं पहुंच पाने के कारण पार्टी के मतदाता मतदान करने में असफल रहे और भाजपा के कार्यकर्ताओं ने वोट बैंक से अधिक वोट डलवाने में सफलता प्राप्त की।
06. प्रशासन द्वारा अप्रत्यक्ष रूप से भाजपा प्रत्याशी की सहायता  की गई और inc कार्यकर्ताओं को बाधित किया गया।
07 कम आर्थिक संसाधनों के कार्यकताओं ने बचत की ओर जो कम संसाधन पार्टी द्वारा उपलब्ध करवाए गए आम जन तक नहीं पहुंचे।
08.मोदी लहर एक मुख्य कारण रहा।
09.स्मृति जुबिन ईरानी का महिलाओं में क्रेज।
10. भाजपा द्वारा गढ़ा गया झूठ।
11. सिर्फ प्रियंका गांधी के भरोसे चुनाव लडना।
12. समाजवादी पार्टी का सक्रिय सहयोग नहीं मिलना।
13 बहुजन समाज पार्टी का भाजपा को अप्रत्यक्ष समर्थन।
14 वर्ष 2014 के चुनाव से 2019 के चुनाव में 68084 मत अधिक पड़े। 2019 के चुनाव में 107903 वोट की बढ़त गंवा कर 55120 मत अर्थात कुल 163023 वोट कम प्राप्त किए। 
विश्लेषण के आधार पर कहा जा सकता है इसमें कांग्रेस के कोर वोट एससी और अल्पसंख्यक वर्ग का पलायन हुआ और 18 से 25 वर्ष के नव युवा मतदाता पार्टी के हाथ से निकल गए। यही हार का मुख्य कारण बना।

तिलोई ब्लॉक अमेठी - 
बुथवार स्थिति 2019 - 







चुनाव 2024 में भाजपा प्रत्यासी के विरुद्ध कांग्रेस प्रत्यासी KL शर्मा की स्थिति - 
प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि किशोरी लाल शर्मा चुनाव निकल लेंगे। किशोरी लाल शर्मा जिन्हें KL शर्मा भी कहा जाता है गांधी परिवार के 1981 से भरोसेमंद कार्यकर्ता रहे हैं। रायबरेली और अमेठी दोनों जगह के कार्य संभालते हैं। 

KL शर्मा की मजबूती - 
01 गांधी परिवार के भरोसेमंद
02 ब्राह्मण परिवार से  संबंधित होने के कारण सामान्य वर्ग के मतदाता जो भाजपा से जुड़े थे के वोट लेने में सक्षम।
03 ईमानदार छवि।
04 लगभग 45 वर्षों से अमेठी रायबरेली में ठहराव।
05 हर गांव वार्ड में व्यक्तिगत कार्यकर्ता।
06 शांत और सरल स्वभाव।
07 आसानी से उपलब्ध।
08 राहुल गांधी की पिछली हार का जनता को अफसोस।
09 समाजवादी पार्टी का सक्रिय सहयोग।
10 बहुजन समाज पार्टी की निष्क्रियता।
11 उत्तम चुनाव प्रबंधन।
12 भाजपा प्रत्यासी की मुकदमा नीति से जनता त्रस्त।

KL शर्मा की कमजोरियां - 
01 आर्थिक मैनेजमेंट में ढिलाई।
02 श्रव्य दृश्य संसाधनों का कम उपयोग।
03 प्रियंका गांधी/राहुल गांधी के अलावा बड़े नेताओं का परिदृश्य से गायब होना।
04 बूथ आधारित रणनीति।
05 विभिन्न संगठनों के प्रभारी अति कमजोर आर्थिक स्थिति के कारण आर्थिक गतिविधियों हेतु पार्टी प्रत्यासी पर निर्भर।
06 सूचनाओं डेटा का समय पर संकलन नहीं किया गया।
07 रणनीतिक कमजोरी
08 भाजपा प्रत्यासी पर आक्रमकता का अभाव।
09 वार रूम की निष्क्रियता।
10 भाजपा प्रत्यासी की कमजोरियों का पता होते हुए भी आमजन में जिस मात्रा में संप्रेषण किया जाना था नहीं किया जा सका।
11 भाजपा का शासकीय तालमेल।

संभव है आम चुनाव 2024 श्री KL शर्मा जीतेंगे परंतु यह सरल नहीं है।


टीम राजस्थान अमेठी में - 

मतदान लोकसभा चुनाव 2024 विधानसभा वार 05 

अमेठी लोस संभावित परिणाम - 

01. 178-तिलोई 
कुल वोट       वोट कास्ट 
347490    196418 
cog   bjp          अंतर 
95k  90k      +5000

02. 181-सलोन
कुल वोट        वोट कास्ट 
361506      198285 
cog     bjp        अंतर 
90k   100k   -10000

03. 184-जगदीशपुर
कुल वोट      वोट कास्ट 
381296   204027
cog      bjp        अंतर 
110k   90k  +20000

04. 185-गौरीगंज
कुल वोट      वोट कास्ट 
354921    196410
 cog    bjp       अंतर 
105k   80k  +25000

05. 186-अमेठी
कुल वोट       वोट कास्ट 
350885   180913 
cog    bjp    अंतर 
100k   75k  +25000

लोकसभा क्षेत्र - अमेठी
कुल वोट         वोट कास्ट 
1796098    976053 
cog          bjp     अंतर 
500k     425k    75K

फाइनल रिजल्ट
अमेठी से कांग्रेस प्रत्यासी श्री किशोरीलाल शर्मा जी ने 166022 वोटों से ऐतिहासिक जीत दर्ज की।

अमेठी से टीम राजस्थान के साथ - 
शमशेर भालू खान
चूरु, टीम राजस्थान
9587243963

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