Monday, 21 February 2022

mpt समयोजन


Z+ या विशेष सुविधा

मदरसा पैराटीचर चौमू जयपुर के रजि. मदरसा नम्बर 04 से समायोजन मामला

(1) मदरसा बोर्ड के सचिव के अनुसार यह मदरसा शून्य नामांकन हो गया इसलिये समायोजन किया

*जबकि मदरसा में तीन अन्य पैराटीचर कार्यरत हैं व मदरसा अभी भी संचालित है?*

(2) चोमू मदरसा से उक्त पैराटीचर को कार्यमुक्त किया गया जबकि मदरसा समिति के अध्यक्ष का देहान्त हो गया है व नई मदरसा समिति अभी तक जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी द्वारा प्रमाणित नहीं की गई है।

*मदरसा बोर्ड सचिव महोदय  के अनुसार सदर से झगड़े के कारण पैराटीचर को अलग लगाया गया?*

(3) मदसरा पैराटीचर को पीहर या ससुराल में ही लगाया जा सकता है इस हेतु पूर्व में समायोजित पैराटीचर से विवाह प्रमाण पत्र भी लिये गये।

*उक्त पैराटीचर चूरू जिले के बीदासर पीहर पक्ष से है व नागौर जिले से ससुराल पक्ष से है व पति कहीं दूसरे ज़िले में राजकीय सेवा में है। फिर सीकर के एक मदरसा में किस आधार पर लगाया गया?*

(4) मदरसा बोर्ड के नियमों के अनुसार एक मदरसा से दूसरे मदरसा में समायोजन करने पर नवीन मदरसा समिति से नया अनुबंध करना होगा।

*इस प्रकरण में इस नियम को ताक में रखा गया?*

(5) मदरसा बोर्ड सचिव से वार्ता अनुसार अल्पसंख्यक मामलात मंत्री जी के निर्देशन में यह समायोजन किया।

*400 से अधिक पैराटीचर द्वारा 3 साल से स्वयं मंत्री महोदय के समक्ष प्रस्तुत हो कर,मदरसा बोर्ड में प्रस्तुत हो कर निवेदन व प्रार्थना प्रस्तुत किये जिन पर कार्यवाही नहीं की। इस बाबत जनवरी माह में ही मुख्यमंत्री महोदय के कार्यालय से भी उचित कार्यवाही करने का निवेदन किया गया था जिसे पेंडिंग रखा गया।*?

(6) कार्यालय माननीय मंत्री महोदय अल्पसंख्यक कल्याण विभाग द्वारा अर्ध शासकीय टिप्पणी क्रमांक आरामा. उनी.सीएडी/21/R-309 दिनांक 24.11.2021 के अनुसार उक्त पैराटीचर 20.11.2021   को मदरसा रजि 04 से कार्यमुक्त हुई है इस हेतु उक्त मदरसा सचिव को संबंधित को कार्यमुक्त करने बाबत निवेदन किया गया है।

*मंत्री महोदय द्वारा उक्त विशेष पैराटीचर के प्रति दयाभावना....?*

(7) किसी ज़िले में कार्यरत पेराटीचर को किसी भी प्रकार की अनबन या कार्यवाही पर जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी द्वारा उसी जिले के  किसी दूसरे मदरसे समायोजित किया जाता है।

*उक्त प्रकरण में जयपुर में कार्यरत पैराटीचर को (ससुराल नागौर जिला पीहर चूरू जिला) समायोजन सीकर जिला किस आधार पर?*

(8) मदरसा बोर्ड के नियमों के अनुसार इच्छित मदरसे में समायोजन हेतु उस मदरसे की समिति की अनुशंषा अनिवार्य।

*इस प्रकरण में समायोजित मदरसे की समिति द्वारा किसी प्रकार की कोई अनुशंषा नहीं की गई......?*

(9) कार्यालय मंत्री अल्पसंख्यक कल्याण जयपुर द्वारा 17 या 18 नवम्बर 2021 को सचिव मदरसा 04 को दूरभाष पर उक्त पैराटीचर को कार्यमुक्त करने हेतु निर्देशित किया गया व सीकर प्रस्तावित समायोजन मदरसा से फोन कर सूचनाएं ली गई।

*विशेष...?*

(10) मदरसा 04 चौमू की मदरसा समिति के अध्यक्ष का देहांत होने पर नवीन समिति बना कर जयपुर संबंधित अधिकारियों को अप्रूवल हेतु भेजी गई जिसे आदिनांक तक अप्रूव नहीं किया गया आखिर इस समिति का संचालन किस तरह से हो रहा होगा।

*कारण व स्पष्टीकरण...?*

(11) उक्त मदरसा 04 द्वारा समायोजित पैराटीचर की मासिक प्रगति सूचना जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी जयपुर को भिजवाई गई जिस में 21.11.2021 से 31.12.2021 तक अनुपस्थिति/अवकाश दर्शाई गई।

*अगर कार्यमुक्त कर दिया तो अनुपस्थिति/अवकाश दर्शाने का कारण पता किया जाना आवश्यक है?*
*इतनी गम्भीरता एक पैराटीचर के समायोजन में...?*

*और बहुत से सवाल हैं जो जवाब मांगते हैं।*

संलग्न-

1. मदरसा बोर्ड द्वारा किये गये समायोजन आदेश की प्रति।
2.कार्यालय  माननीय मंत्री महोदय अल्पसंख्यक मामलात विभाग द्वारा जारी अर्द्ध शासकीय पत्र की प्रति।
(3) अन्य

Wednesday, 16 February 2022

सवाल


बीडी कल्ला साहब,
आपके विधानसभा में जवाब के अनुसार,

(1) शिक्षाकर्मी, पैराटीचर व मदरसा पेरा टीचर को नियमित करने की परम्परा नहीं है तो अक्टूबर 2008 में वसुंधरा राजे सरकार ने 20060 संविदा कर्मचारियों को प्रबोधक किस परम्परा से बनाया।

(2) आपको संविदा कर्मचारियों की रिपोर्ट प्रस्तुत करने में 3 साल से अधिक समय क्यों लगा।

(3) रिपोर्ट तैयार है तो अब तक केबिनेट बैठक में पास क्यों नहीं करवाया।

(4) पैराटीचर, शिक्षाकर्मी व मदरसा पैराटीचर संविदाकर्मी नहीं हैं तो क्या है। किस कैडर के अंतर्गत आते हैं।

(5) 2017 में क्या आपकी सरकार थी जैसा कि आपने विधानसभा में कहा।


(6) चुनाव घोषणा पत्र  2018 में कांग्रेस पार्टी ने मदरसा पैराटीचर, राजीव गांधी पैराटीचर व शिक्षकर्मियों को संविदाकर्मी मानते हुये नियमित करने की घोषणा क्यों की।

(7) घोषणा पत्र को राजकीय  नीतिपत्र केबिनेट में प्रस्ताव द्वारा घोषित किया पर अमल नहीं किया। ऐसा क्यों जब पैराटीचर, शिक्षाकर्मी व मदरसा पैराटीचर संविदा कर्मी ही नहीं हैं तो आपने जनता को गुमराह क्यों किया व राजकीय नीति में गलत तथ्य प्रस्तुत कर राज सम्मान को क्षति क्यों पहुंचाई।

(8) क्या सरकार इन संविदा शिक्षकों को नियमित करना चाहती है।

(9) हाँ तो कब तक व किस प्रक्रिया से

(10) नहीं तो क्यों।

(11) सरकार की मंशा नहीं है तो दिनांक  21.07.2019 को नियमित करने व 21.11.2020 को दिनांक 30.09.2021 तक (दांडी यात्रा समझौता,उदयपुर तत्कालीन वक़्फ़ बोर्ड चैयरमेन श्री खानु खान बुधवाली की मध्यस्थता में निदेशक प्रार. व माध्यमिक शिक्षा श्री शौरभ स्वामी,जिला कलक्टर उदयपुर, एडीएम उदयपुर, DMWO उदयपुर, JD उदयपुर द्वारा तत्कालीन शिक्षा मंत्री श्री गोविंद सिंह डोटासरा के निर्देशन में) समझौता क्यों किया। 
क्या सरकार ने झूठा लिखित समझौता किया।

(12) दांडी यात्रा 2 में 93 के आंदोलन व 73 दिन के धरने को 31.दिसंबर 2021 को माननीय मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत जी द्वारा (मध्यस्थ श्री आमीन कागजी विधायक किशनपोल, श्री रफ़ीक़ खान विधायक आदर्श नगर,व श्री वाजिब अली विधायक नगर व श्री धर्मेंद्र सिंह राठौड़) राजीवगांधी पैराटीचर, शिक्षाकर्मी व मदरसा पेराटीचर को नियमित करने की प्रतिबद्धता जताई, क्या यह झूठ है।
यदि यह झूठ है तो इसके लिये जिम्मेदार कौन।

भवदीय

राजीव गांधी पैराटीचर
शिक्षकर्मी
मदरसा पैराटीचर
अगर जवाब है तो हमारे आंदोलन के अगवा शमशेर भालुखान जयपुर ही हैं उनको सन्तुष्ट करें। उनके मोबाइल नंबर 9587243963

पृथ्वीराज चौहान के वंशज

चौहान वंश के महान सम्राट पृथ्वीराज चौहान को अन्य जातियों द्वारा उनके वंशज होने का अनेक क्षेत्रों में विवाद पैदा कर रहे है। अतः पृथ्वीराज चौहान की वंशावलि राजस्थान के महान लेखक इतिहासकार संत श्री कान्हाराम की पुस्तक पेज संख्या 76,77,78 व दशरथ शर्मा की पुस्तक Early Chauhan Dynasties", pp.109 का संदर्भ लिया गया है।

संत श्री कान्हाराम[4] ने लिखा है कि.... [पृष्ठ-76]: ईसा की दसवीं सदी में प्रतिहारों के कमजोर पड़ने पर प्राचीन क्षत्रिय नागवंश की चौहान शाखा शक्तिशाली बनकर उभरी। अहिच्छत्रपुर (नागौर) तथा शाकंभरी (सांभर) चौहनों के मुख्य स्थान थे। चौहनों ने 200 वर्ष तक अरबों, तुर्कों, गौरी, गजनवी को भारत में नहीं घुसने दिया।

चौहनों की ददरेवा (चुरू) शाखा के शासक जीवराज चौहान के पुत्र गोगा ने नवीं सदी के अंत में महमूद गजनवी की फौजों के छक्के छुड़ा दिये थे। गोगा का युद्ध कौशल देखकर महमूद गजनवी के मुंह से सहसा निकल पड़ा कि यह तो जाहरपीर (अचानक गायब और प्रकट होने वाला) है। महमूद गजनवी की फौजें समाप्त हुई और उसको उल्टे पैर लौटना पड़ा। दुर्भाग्यवश गोगा का बलिदान हो गया। गोगाजी के बलिदान दिवस भाद्रपद कृष्ण पक्ष की गोगा नवमी को भारत के घर-घर में लोकदेवता गोगाजी की पूजा की जाती है और गाँव-गाँव में मेले भरते हैं।

[पृष्ठ-77]: चौथी पाँचवीं शताब्दी के आस-पास अनंत गौचर (उत्तर पश्चिम राजस्थान, पंजाब, कश्मीर तक) में प्राचीन नागवंशी क्षत्रिय अनंतनाग का शासन था। इसी नागवंशी के वंशज चौहान कहलाए। अहिछत्रपुर (नागौर) इनकी राजधानी थी। आज जहां नागौर का किला है वहाँ इन्हीं नागों द्वारा सर्वप्रथम चौथी सदी में धूलकोट के रूप में दुर्ग का निर्माण किया गया था। इसका नाम रखा नागदुर्ग। नागदुर्ग ही बाद में अपभ्रंश होकर नागौर कहलाया।

551 ई. के आस-पास वासुदेव नाग यहाँ का शासक था। इस वंश का उदीयमान शासक सातवीं शताब्दी में नरदेव हुआ। यह नागवंशी शासक मूलतः शिव भक्त थे। आठवीं शताब्दी में ये चौहान कहलाए। नरदेव के बाद विग्रहराज द्वितीय ने 997 ई. में मुस्लिम आक्रमणकारी सुबुक्तगीन को को धूल चटाई। बाद में दुर्लभराज तृतीय उसके बाद विग्रहराज तृतीय तथा बाद में पृथ्वीराज प्रथम हुये। इन्हीं शासकों को चौहान जत्थे का नेतृत्व मिला। इस समय ये प्रतिहरों के सहायक थे। 738 ई. में इनहोने प्रतिहरों के साथ मिलकर राजस्थान की लड़ाई लड़ी थी।

नागदुर्ग के पुनः नव-निर्माण का श्री गणेश गोविन्दराज या गोविन्ददेव तृतीय के समय (1053 ई. ) अक्षय तृतीय को किया गया। गोविंद देव तृतीय के समय अरबों–तुर्कों द्वारा दखल देने के कारण चौहनों ने अपनी राजधानी अहिछत्रपुर से हटकर शाकंभरी (सांभर) को बनाया। बाद में और भी अधिक सुरक्षित स्थान अजमेर को अजमेर (अजयपाल) ने 1123 ई. में अपनी राजधानी बनाया। यह नगर नाग पहाड़ की पहाड़ियों के बीच बसाया था। एक काफी ऊंची पहाड़ी पर “अजमेर दुर्ग” का निर्माण करवाया था। अब यह दुर्ग “तारागढ़” के नाम से प्रसिद्ध है।

अजमेर से डिवेर के के बीच के पहाड़ी क्षेत्र में प्राचीन मेर जाति का मूल स्थान रहा है। यह मेरवाड़ा कहलाता था। अब यह अजमेर – मेरवाड़ा कहलाता है। अजयपाल ने अपने नाम अजय शब्द के साथ मेर जाति से मेर लेकर अजय+मेर = अजमेर रखा। अजमेर का नाम अजयमेरु से बना होने की बात मनगढ़ंत है। अजयपाल ने मुसलमानों से नागौर पुनः छीन लिया था। बाद में अपने पुत्र अर्नोराज (1133-1153 ई.) को शासन सौंप कर सन्यासी बन गए। अजयपाल बाबा के नाम से आज भी मूर्ति पुष्कर घाटी में स्थापित है। अरनौराज ने पुष्कर को लूटने वाले मुस्लिम आक्रमणकारियों को हराने के उपलक्ष में आना-सागर झील का निर्माण करवाया।

[पृष्ठ-78]: विग्रहराज चतुर्थ (बिसलदेव) (1153-1164 ई) इस वंश का अत्यंत पराक्रमी शासक हुआ। दिल्ली के लौह स्तम्भ पर लेख है कि उन्होने म्लेच्छों को भगाकर भारत भूमि को पुनः आर्यभूमि बनाया था। बीसलदेव ने बीसलपुर झील और सरस्वती कथंभरण संस्कृत पाठशाला का निर्माण करवाया जिसे बाद में मुस्लिम शासकों ने तोड़कर ढाई दिन का झौंपड़ा बना दिया। इनके स्तंभों पर आज भी संस्कृत श्लोक उत्कीर्ण हैं। जगदेव, पृथ्वीराज द्वितीय, सोमेश्वर चौहानों के अगले शासक हुये। सोमेश्वर का पुत्र पृथ्वीराज तृतीय (1176-1192 ई) ही पृथ्वीराज चौहान के नाम से विख्यात हुआ। ये अजमेर के साथ दिल्ली का भी शासक बने।

डॉ दशरथ शर्मा ने लिखा

श्री चाहुमान-वंश्‍येन पृथ्‍वीराजेन भूभुजा |
परमर्दी-नरेन्‍द्रस्‍य देशोयमुदवास्‍यत ||
अर्णोराजस्‍य पौत्रेण श्रीसोमेश्‍वरसुनुना |
जैजाकभुक्तिदेशोयं पृथ्‍वीराजेन लूनित: ||
संवत् 1239

Reference - Dasharatha Sharma, Early Chauhan Dynasties", pp.109.

उर्दू व सिंधी के साथ नाइंसाफी

Vpo Bhandara  teh. Kaman district bharatpur  mere ganw me 90./. Muslim students h  or Urdu continue chl rhi thi but 2021/22 session me jbrdsti Hindi sahitye ke form bhre gye

Mukeem Khan Bhandara (BSTC URDU SPECIAL)
मोबाईल 9991070296

Sunday, 13 February 2022

उर्दू का विकास

अगर आप उर्दू की फ़लाह व बहबूदी चाहते हैं तो यह काम कीजिये।
किसी मंत्री,अधिकारी,नेता या कार्यालय में जाने की ज़रूरत नहीं।
ज़रूरत है तो स्कूल जाने के साथ सही मोनिटरिंग की।

हर जिले के CDEO कार्यालय में जिला स्तर व निदेशालय बीकानेर में राज्य स्तर पर अल्पभाषा प्रकोष्ठ बना हुआ है कोई शिकायत हो तो वहां सम्पर्क कर सकते हैं या लिखित में शिकायत दे सकते हैं।

(1) 11828 स्कूलों की सूची आपको दी जा चुकी है। करवाओ मेपिंग।

(2) प्राथमिक विद्यालयों में उर्दू शुरू करने हेतु जुलाई 2021 के नियम को लागू करवाने हेतु दबाव बनवाएँ।

(3) 6 D जल्द हो इसके लिये दबाव बनायें।

(4) उच्च माध्यमिक विद्यालयों में जब तक पोस्ट न आये स्व वित्त पोषित नियम दिसंबर 2020 के नियम के अनुसार आवेदन करवायें।

(5) स्टाफिंग पैटर्न सेकंडरी एडुकेशन 7 साल से नहीं हुआ के लिये दबाव बनवायें।

(6) अधिकाधिक नामांकन सरकारी स्कूलों में करवायें।

(7) स्कूल प्रधान से सम्पर्क करें।

शमशेर भालुखान गांधी
9587243963

Saturday, 12 February 2022

my 15 point programme for muslims

*Our Fifteen point programme for the development of Muslim society*

*Politics is not over the society but for the society*

(1) We prepare  programme to progress of Urdu and Sindhi, to get the posts of third, second and first grade posts in 11828 schools of Rajasthan.

(2) Fighting against Mobliching, drug abuse, unemployment and rights, fighting for the protection of riots victim  fighting legal abused battles.

(3) By arranging the top education of the marginalized children, officers, doctors, professors, lawyers, nurses, teachers, skilled craftsmen, CAs, and other fields to work for and get the help of the society for financial strength.
To arrange, help for the preparation of reet, ras, ctet, medical and other examinations.

(4) Political representation of Muslim community is being marginalized at every level, opportunities for political appointments and equality of opportunity according to status To fight.

(5) To protect the interests of Muslim employees, workers and labours.

(6) To establish social business centre, industry, hospital, educational institute etc.

(7) To promote social works like mass marriage, social reforms, ban on expensive marriages.

(8) To prepare the new generation through career counseling, library, encouragement, talent search programme through student service centre.

(9) Will fight for his rights himself and if someone else fights with the government, then commitment to reach direct indirect help.

(10) To provide policy and legal assistance to any movement.

(11) To do the work of economic strengthening by the society's own economic institution bank, cooperative society and through other banks so that its own production, distribution and consumption system can be developed.

(12) To benefit the common people by working on the action plan of how to take advantage of every scheme of the government in a systematic way.

(13) To bring uniformity by establishing coordination among all other social workers and institutions.

(14) By creating an Islamic environment, according to the real Muslim society, along with dini education, to establish Madrasa, Maktab, Jamia Hidaya and to develop the institutions established in the past and to prevent waqf properties encroachment and develop for profit of socity.

(15) To make maximum development of society by creating pressure group by following the principles of equality and sharing.

Shamsher Bhalukhan Gandhi

Friday, 11 February 2022

जुम्मन और मै

Social midea is on of best source to spread your ideas and thoughts across the globe.

I believe these platforms are best way to convey your business,plans,reachers, programmes,ideas and your thinking to humanity in positive way.

Before to write some hard and unfair word need to say a sanskrit quote "सत्यं गुरयात,प्रियं गुरयात अप्रियं सत्यं नानृतं गुरयात". Say truth,say melodious but never say unpleasant truth.

My dearest and nearest letest social workers says some word for own community leaders or persons Named specialy quotes in Hindi "Jumman" "Dari Bichhau" or "chicha" Words.
These words didn't hearts me but not okey for next generation and other who listens us carefully.

Here I would reffer a word "Jumman".
I feel proud that I am also a "Jumman".
Because jumman word is basically offerer of Juma. Meaning of Juma word is To be collect Once in a preferred certain place every week. 
Here is a moto to be collected that you may went here and there globally but have to come to conversation about your gain and loss in last 7 days and should make some plans for a week. Here we ask every one is there all is well or someone seek our care due to illness or due to other couse.
This is mandatory for every person any how to be there if all is well either we asks his naighbourhood about some thing went wrong.

Jumman is a person who offers pray to God to forgive there mistook done by him and to make successes in any business,work or goal.  
This is a missionary program till Qayamat. If I offered my Juma Namaz I am Jumman.
Are you Jumman or Not if yes God bless you Nauzbillah if not please Be a jumman on next Juma.

So please don't spoil this word Jumman.
Thanks
Your 
Shamsher Gandhi 
9587243963

Thursday, 10 February 2022

massage

Massage
For improvement on your personality and sharpness Opposition is as useful as oxigen for body.
We should respect opposition and took those ideas, Face there comments for safe drive your social and professional life. 
It will helpful,fruit full,and blessed to you .
Here is important to say that always be safe from cunning, flattery and sly fellows  to play safe goal.
I just faced more beloved and much hater in these days both kind of people and got experience how to prepare myself to achieve the goal.
Many friends says we are with you some fellows says please pull your hand back some haters prayas to fail our and my movement.
Still opposition makes me strongest and stronger day by day and friends are my left and right hands.
I pray god to long live my opposite side to saw me my face without mirror.
Thanks haters thanks opposition love you.
And hats off for your support.
We will fight till result will win sure after a long struggle with yours blessings.
 I just request you to keep calm and passions.
 inshaallah.
Your 
Shamsher Gandhi