Saturday, 3 May 2025

✅सरकार के ग्यारह साल का हिसाब दिन 12

ग्यारह साल बारह दिन ग्यारह सवाल 
ग्यारह साल से जिन मुद्दों को लेकर भाजपा को जनता ने चुना उनके संबंध में ग्यारह दिन तक ग्यारह सवाल -
दिन ग्यारह -
1. क्या हर भारतीय के खाते में पंद्रह लाख रुपए जमा हो गए - नहीं (अमित शाह जी ने कहा यह तो एक चुनावी जुमला था।)
2. भारत सरकार ने GST से आम जन को फायदा होने की दुहाई देते हुए देर रात तक संसद सत्र चला कर GST बिल पास करवाया। क्या इससे आम जन को लाभ हुआ - नहीं (उल्टे मरने पर कफ़न, जिंदा रहने पर दवाई, पढ़ने पर कापी - पेंसिल - खड़िया, खाने पर रसोई का सामान इस दायरे में आ गया जिस पर 12 से 18% GST लगता है।
3. माध्यम वर्ग का जीवन अधिक सरल बनाने का वादा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जी ने किया, क्या यह वादा पूरा हुआ- नहीं (उल्टा माध्यम वर्ग सेकंड हैंड कार खरीदता है उसे भी 18% GST दायरे में शामिल कर दिया गया।)
4. प्रधानमंत्री जी ने मंगल सूत्र छीन लेने वाला चुनावी भाषण राजस्थान के डूंगरपुर में दिया, क्या अब आम आदमी के लिए मंगल सूत्र घढ़वाना आसान हो गया है - नहीं (सोने के भाव एक लाख पार हो गए हैं और आम आदमी की आमदनी न्यूनतम स्तर औसत 95 रूपये प्रति दिन से कम है, दो समय का भोजन मुश्किल हो गया है, आने वाले समय में मंगल सूत्र बेचकर राशन लेने के आने वाले हैं।)
5. आम फुटकर व्यापारियों की कमर GST ने तोड़ी, क्या सरकार ने इनको उबारने के प्रयास किए - नहीं (उल्टे सरकार मल्टी स्टोर एवं ऑनलाइन बिक्री को बढ़ावा दे कर इनकी कमर तोड़ रही है।
6. क्या पेट्रोल तीस रुपए लीटर हो गया - नहीं
7. क्या नए विश्वविद्यालय स्थापित किए गए - नहीं
8. इलेक्ट्रॉल बॉन्ड के माध्यम भाजपा को बीएफ निर्यातकों व कॉन्ट्रेक्टर्स ने धन उपलब्ध करवाया - क्या सरकारी एजेंसियों ने पार्टियों को प्राप्त धन के उद्गम स्थल एवं बॉन्ड के बदले डील की जांच की - नहीं
9. क्या वक्फ संशोधन बिल से आम भारतीय मुसलमान को फायदा होगा। क्या अंटालिया के वक्फ भूमि पर निर्माण विवाद में सरकार की तरफ से कोई बयान जारी किया गया - नहीं (वक्फ संशोधन बिल से वक्फ समिति में दो गैर मुस्लिम सदस्यों की एंट्री होगी।
10. देश में बढ़ते नशे, जुए और सट्टे के कारोबार से युवा पीढ़ी बर्बाद हो रही है। क्या इस संबंध में सरकार ने कोई एडवाइजरी या बयान जारी किया - नहीं (विभिन्न सट्टा कंपनियों द्वारा खिलाड़ियों व अभिनेताओं के विज्ञापन माध्यमों से धड़ल्ले से प्रचार किया जा रहा है।
11. वर्तमान आर्थिक, सामाजिक, सामरिक एवं राजनैतिक हालत पर सरकार को श्वेत पत्र जारी कर संसद का विशेष सत्र बुलाना चाहिए था, क्या सरकार ने ऐसा किया - नहीं (सरकार केरल में मित्र के बंदरगाह के उद्घाटन व बिहार में चुनाव रैली व्यस्त है।

इन प्रश्नों के उत्तर प्रत्येक भारतीय को चाहिए चाहे उसने वोट भाजपा को ही दिया है। यह राष्ट्र हित का प्रकरण है, जिसे राष्ट्र हित के संदर्भ में देखते हुए यदि सरकार ने कार्यवाही अभी तक नहीं की है तो आज से ही प्रारंभ कर देनी चाहिए।
शमशेर भालू खां 
जिलाध्यक्ष
राजस्थान शिक्षक कांग्रेस 
जिला, चूरू
9587243963


लगातार ......

No comments:

Post a Comment