गुजरात के अहमदाबाद का बोइंग इंडियन एयरवेज (अब टाटा के पास) का दिलदहलाने वाला हादसा -
गुजरात अहमदाबाद एयर इंडिया फ्लाइट क्रैशगुजरात के अहमदाबाद में गुरुवार को लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट टेकऑफ़ के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस विमान में 242 लोग सवार थे। विमान अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरते ही रिहायशी इलाके में जा गिरा. दुर्घटना में अब तक 204 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। विमान के क्रैश होने का एक वीडियो भी सामने आया जिसमें उसे उड़ते हुए और फिर दुर्घटनाग्रस्त होते देखा जा सकता है।
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट - विमान हादसा-
265 शव अस्पताल लाए गए, इनमें से 241 विमान में सवार थे, जिनका DNA सैंपलिंग शुरू कर दिया गया।
08:40 am 13 जून 2025 को PM मोदी ने घटनास्थल का दौरा किया, घायलों से भी मिले। पीएम मोदी अहमदाबाद आए और सबसे पहले वे घटनास्थल का दौरा करने पहुंचे। इसके बाद वे सिविल अस्पताल गए, जहां वे करीब 10 मिनट पीड़ितों से मिले। वे मृतकों के परिजनों से भी मिले।
पीएम के साथ केंद्रीय उद्यान एवं वन मंत्री तथा केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल, हर्ष संघवी और मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल मौजूद रहे। एअर इंडिया के अधिकारियों के साथ-साथ केंद्रीय एजेंसी के अधिकारीयों ने उन्हें पूरी घटना की जानकारी दी।
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि शवों की पहचान के लिए 1000 से ज्यादा DNA टेस्ट किए जाएंगे। गुजरात के पास इतनी बड़ी संख्या में टेस्ट की कैपेसिटी है।
अहमदाबाद से आनंद मोदी, चेतन पुरोहित, अनिरूद्ध मकवाणा, यशस्वी चौहाण, मितेश परमार, हर्ष पटेल, ध्रुव संचाणिया, सारथी सागर, कमल परमार और दीर्घायु व्यास ने रिपोर्टिंग की -
फ्लाइट नंबर AI-171 ने दोपहर 1.38 बजे उड़ान भरी और 1.40 बजे अहमदाबाद से लंदन जा रही थी। हादसा हो गया। उस समय प्लेन 625 फीट की ऊंचाई पर था। फ्लाइट नंबर AI-171 ने दोपहर 1.38 बजे उड़ान भरी और 1.40 बजे हादसा हुआ। उस समय प्लेन 625 फीट की ऊंचाई पर था। अहमदाबाद में एअर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर प्लेन गुरुवार को दोपहर टेक ऑफ के दो मिनट से कम समय में क्रैश हो गया। हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और 12 क्रू मेंबर्स समेत 241 लोगों की मौत हो गई। डिप्टी कमिश्नर कानन देसाई ने बताया कि 265 शव सिटी सिविल अस्पताल पहुंच चुके हैं। इनमें 241 विमान सवारों के अलावा 4 MBBS छात्र और एक डॉक्टर की पत्नी भी शामिल हैं। बाकी शवों की पहचान की जा रही है। आग लगते ही विमान 2.5 किमी दूर बीजे मेडिकल एंड सिविल हॉस्पिटल की बिल्डिंग से जा टकराया। इस बिल्डिंग में अहमदाबाद के सिविल हॉस्पिटल के डॉक्टर्स रहते हैं। हादसे के समय इमारत में 50 से 60 डॉक्टर मौजूद थे, इनमें 15 से ज्यादा घायल हो गए। इसमें 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और एक कनाडाई नागरिक समेत कुल 230 यात्री सवार थे। इनमें 103 पुरुष, 114 महिलाएं, 11 बच्चे और 2 नवजात थे। बाकी 12 क्रू मेंबर्स थे।
हादसे में सिर्फ भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक रमेश विश्वास कुमार जिंदा बचे। वे प्लेन की 11-A नंबर की सीट पर बैठे थे।
हादसे में मारे गए एक व्यक्ति का शव फुटपाथ पर बुरी तरह झुलसी हुई हालत में मिला। हादसे में मारे गए एक व्यक्ति का शव फुटपाथ पर बुरी तरह झुलसी हुई हालत में मिला। हादसे में बुरी तरह घायल और झुलसे हुए लोगों को अहमदाबाद के अलग-अलग अस्पतालों में लाया गया।
हादसे में बुरी तरह घायल और झुलसे हुए लोगों को अहमदाबाद के अलग-अलग अस्पतालों में लाया गया।
प्लेन हादसे को ग्राफिक्स के जरिए समझिए
प्लेन क्रैश साइट पर NSG की एक टीम मौजूद थी। बीजे मेडिकल के मृत स्टूडेंट्स को अहमदाबाद के बीजे मेडिकल के तीन मृत छात्रों की पहचान हुई, इनमें 2 भावनगर के और 1 छात्र ग्वालियर का है जिनके शव ताबूत में सौंपे जा रहे हैं। 45 मिनट में
फोरेंसिक टीम प्लेन क्रैश साइट पर पहुंची।
अहमदाबाद सिविल अस्पताल में मृतकों के DNA सैंपल लिए गए।
05:43 am 13 जून 2025
एअर इंडिया ने 241 यात्रियों की मौत को कंफर्म किया, एअर इंडिया ने X पर जानकारी देते हुए 241 यात्रियों की मौत को कंफर्म किया है। वहीं, परिवारों को जानकारी देने के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है।
भारत में - 1800 5691 444
विदेश में - +91 8062779200
ब्रिटेन के पीएम कीर स्टारमर ने कहा कि हम भारतीय अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। इस जांच की जिम्मेदारी हमारे विदेश मंत्री संभाल रहे हैं। हम सच्चाई जानने के लिए भारतीय अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। इस विमान में आगरा के दंपती नीरज लवानिया और उनकी पत्नी अपर्णा लवानिया आगरा में अकोला कस्बे के रहने वाले थे की मौत हो गई, वे 10 दिन के लिए इंग्लैंड घूमने जा रहे थे, नीरज के बड़े भाई सतीश लवानिया ने बताया, नीरज वडोदरा स्थित एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करते थे। कई साल पहले वह वहीं पर शिफ्ट हो गए थे।
एक एक यात्री के रिश्तेदार ने बताया कि मेरी बहन इलाज के लिए नाडियाड आई थी। आज उसकी लंदन वापस जाने की फ्लाइट थी। वह पिछले 15 साल से लंदन में अपने पति और बच्चों के साथ रह रही है। मैं उसे एयरपोर्ट छोड़ने गया था। अब मेरा डीएनए सैंपल लिया गया है।
NDRF के इंस्पेक्टर विनय कुमार ने कहा कि "अब तक हमने 81 शव बरामद किए हैं। NDRF की सात टीमें मौके पर तैनात हैं और राहत-बचाव का काम जारी है।
ईद मनाने आया पूरा परिवार खत्म
जिनके भाग्य में जीवन लिखा हो उसे कोई नहीं मार सकता।
फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन (FAIMA) के हवाले से न्यूज एजेंसी PTI ने जानकारी दी कि हादसे में BJ मेडिकल कॉलेज के कम से कम 5 MBBS छात्रों, एक पीजी रेजिडेंट डॉक्टर और एक सुपरस्पेशलिस्ट डॉक्टर की पत्नी, कुल 7 लोगों की मौत हो गई। हादसे में 60 से ज्यादा मेडिकल छात्र घायल हुए हैं।
अमेरिका की NTSB की टीम जांच में सहयोग करने अहमदाबाद आई।
अमेरिका की नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (NTSB) जानकारी दी कि NTSB की एक टीम अमेरिका से भारत आई और दुर्घटना की जांच में भारत की एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) की मदद कर रही है।
टाटा ग्रुप मृतकों के परिजन को ₹1 करोड़ देगा -
टाटा ग्रुप के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने घटना पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा- टाटा ग्रुप द्वारा मृतकों के परिजन को ₹1 करोड़ की आर्थिक सहायता देगा। सभी घायलों का इलाज पूरी तरह टाटा ग्रुप की ओर से कराया जाएगा। बी.जे. मेडिकल कॉलेज के छात्रावास (Hostel) के निर्माण में भी टाटा ग्रुप मदद करेगा।
प्लेन में काफी मात्रा में ईंधन था, गर्मी ज्यादा थी इसलिए बचाव मुश्किल हुआ।
हादसे की जानकारी मिलते ही केंद्र और राज्य सरकार तुंरत एक्टिव हुईं।
भारत सरकार और गुजरात सरकार ने मिलकर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया।
गुजरात सरकार ने सभी आपदा प्रबंधन यूनिट्स को तैनात किया। एविएशन मिनिस्ट्री ने हादसे की जांच शुरू कर दी है।
हादसे में बचे रमेश बोले- होश आया तो सिर्फ लाशे दिखीं -
हादसे में बचे रमेश विश्वास कुमार ने कहा कि टेकऑफ के 30 सेकंड बाद ही प्लेन जबरदस्त आवाज के साथ क्रैश हो गया। मुझे होश आया तो मेरे अगल-बगल लाशें ही लाशें थी। प्लेन के टुकड़े चारों तरफ बिखरे हुए थे। मुझे किसी ने उठाया और एंबुलेंस में डाल दिया। मेरा भाई भी मेरे साथ प्लेन में सफर कर रहा था। प्लीज उसे ढूंढने में मेरी मदद कीजिए
विमान में सवार होने से पहले पूर्व सीएम विजय रूपाणी का वीडियो सामने आया है। वीडियो में रूपाणी कंधे पर बैग लटकाए और फोन पर बात करते नजर आ रहे हैं। विमान में सवार यात्री ने गड़बड़ी का वीडियो बनाया था। एअर इंडिया के बोइंग 787 ड्रीमलाइनर प्लेन में सवार एक यात्री आकाश वत्स ने कहा- मैंने इसी विमान में कुछ गड़बड़ियां देखी थीं। सीट का टच स्क्रीन नहीं चल रहा था, बटन खराब थे। मैं यह वीडियो एअर इंडिया को भेजना चाहता था। मैं और ज्यादा जानकारी देना चाहता था। कृपया मुझसे संपर्क करें।
प्रधानमंत्री बोले- सरकार पीड़ितों के साथ
एअर इंडिया की उड़ान संख्या AI-171 के क्रू मेंबर्स की सूची जारी की जा चुकी है।
हादसे के समय मौसम
इस समय मौसम सामान्य था,
हवा की दिशा 250 डिग्री,
रफ्तार - 7 km/h
तापमान - 37°C
विजिबिलिटी - 6000 मीटर
प्लेन ने 200 फीट ऊंचाई तक उड़ान भरी फिर गिरने लगा, अहमदाबाद से उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद ही यह फ्लाइट हादसे का शिकार हो गई। विमान ने अधिकतम 200 फीट ऊंचाई तक उड़ान भरी और उसके बाद वह नीचे गिरने लगा। उसकी गिरने की रफ्तार - 475 फीट प्रति मिनट रिकॉर्ड की गई। उड़ान भरते ही अचानक आग का गोला बना।
इस प्लेन के पायलट को 8200 घंटे का उड़ान का अनुभव था। विमान के कैप्टन सुमीत सब्बरवाल थे। उनके साथ फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर थे। कैप्टन सुमीत सब्बरवाल एक LTC थे। उनके पास 8200 घंटे का उड़ान का अनुभव था। को - पायलट के पास 1100 घंटे का उड़ान का अनुभव था। LTC का मतलब है लाइन ट्रेनिंग कैप्टन। ये अनुभवी पायलट होते हैं जो दूसरे पायलटों को ट्रेनिंग देते हैं
विमान की बैट्री से बनावट तक विवाद
बोइंग का 787-8 ड्रीमलाइनर विमान अपनी फ्यूल एफिशिएंसी और आरामदायक सफर के लिए जाना जाता है। हालांकि इसकी सेफ्टी को लेकर लगातार सवाल उठते रहे हैं। इसमें खामियां सामने आने के बाद दुनियाभर में इसकी फ्लीट के उड़ान भरने पर 3 महीने के लिए रोक लगा दी गई थी।
अहमदाबाद प्लेन क्रैश से सड़कों पर लाशें बिखरीं, पहचानना मुश्किल हो गया था
टेकऑफ के 2 मिनट बाद ही फ्लाइट बीजे मेडिकल कॉलेज एड सिविल हॉस्पिटल से टकरा गई। धमाके के बाद आग लग गई।
प्लेन अचानक ही नीचे की ओर आने लगा और बिल्डिंग से टकरा गया। जोरदार धमाका हुआ और धुएं का गुबार दिखा।
फ्लाइट में लगी आग इतनी भीषण थी कि हादसे के बाद आसमान में कई फीट ऊंचाई तक धुएं का गुबार दिखा। फ्लाइट में लगी आग इतनी भीषण थी कि हादसे के बाद आसमान में कई फीट ऊंचाई तक धुएं का गुबार दिखा। प्लेन क्रैश के बाद हादसे के शिकार लोगों को इलाज के लिए सिविल अस्पताल लाया गया जहां स्ट्रेचर कम पड़े तो हाथ ठेले से शवों को लाया गया। अस्पताल में ओ निगेटिव ब्लड की कमी होने के बाद ब्लड डोनेशन की अपील की गई। अहमदाबाद में प्लेन डॉक्टर हॉस्टल की 4 बिल्डिंग से टकराया, लंच के समय अतुल्य हॉस्टल में 50-60 इंटर्न डॉक्टर मौजूद थे अब तक 6 के शव मिले। धमाके का असर इतना था कि अंदर मौजूद डॉक्टरों के शव भी टुकड़ों में बिखर गए।
भारत में अब तक के 5 बड़े प्लेन हादसे - 1. हरियाणा चरखी दादरी में दो प्लेन टकराए, 349 मौतें,
2. कर्नाटक में खाई में गिरा विमान।
अहमदाबाद प्लेन हादसे में अब तक 300 शव बरामद।
पूर्व मुख्यमंत्री गुजरात विजय रूपाणी की मृत्यु -
इस प्लेन में BJP के पंजाब प्रभारी एवं गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का निधन हो गया। उन्होंने 3 दिन पहले लुधियाना में वेस्ट हलका के उपचुनाव में पार्टी उम्मीदवार जीवन गुप्ता के लिए प्रचार किया था।
गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपानी जी की सभी गाड़ियों का नंबर था 1206।चाहे पुराना स्कूटर हो या नई गाड़ी, विजय भाई इसे बेहद लकी नंबर मानते थे। हादसे की तारीख़ 1206 और प्लेन की सीट नंबर भी 12 था।
पायलट किन हालात में मेडे की कॉल करते हैं और ये क्या होती है -
एयर इंडिया विमान हादसे में 300 लोगों की मौत की पुष्टि हो गई है। किसी भी विमान हादसे के बाद मेडे शब्द का इस्तेमाल कई बार होता है। यह शब्द एविएशन और मैरिटाइम इमरजेंसी के लिहाज़ से बहुत अहम है।
कैंब्रिज डिक्शनरी के मुताबिक मेडे, ये शब्द तब कहा जाता है जब कोई हवाई जहाज़ या पानी का जहाज़ ख़तरे में होता है।
अमेरिकी सरकार की फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन यानी एफएए के मुताबिक़ मेडे एक डिस्ट्रेस कॉल यानी कि तनाव के वक़्त लगाई जाने वाली मदद की गुहार है. ये अंतरराष्ट्रीय तौर पर मान्य एक रेडियो सिग्नल है। मेडे शब्द को इजाद करने का श्रेय फ्रेडरिक मॉकफोर्ड को जाता है. मॉकफोर्ड ने साल1923 में इस शब्द का इजाद किया था। मॉकफोर्ड लंदन के कॉयडन एयरपोर्ट में रेडियो ऑफिसर थे। साल 1924 में आई किताब बुक ऑफ़ वायरलेस टेलीग्राफी ने मेडे को इंटरनेशनल डिस्ट्रेस कॉल के तौर पर पहचान दी। साल 1927 में हुए इंटरनेशनल रेडियोटेलीग्राफ़ कन्वेंशन में इस अंतरराष्ट्रीय डिस्ट्रेस कॉल को मान्यता मिली। यह शब्द का फ्रेंच M'aidez से निकला है जिसका अर्थ है मेरी मदद करो।
एकमात्र जीवित यात्री विश्वास कुमार का बयान है कि क्रैश के धक्के से आपातद्वार स्वतः खुल गया, किन्तु विमान के चित्र से लगता है कि वो मुख्यद्वार को आपातद्वार कह रहा है, क्योंकि उनकी सीट इकॉनामी क्लास की सबसे आगे की पंक्ति में थी। उस द्वार के आगे 18 सीटें बिजनेस क्लास की हैं। क्रैश के धक्के से द्वार खुल गया, हवा का तेज झोंका आया जिस के कारण विश्वास कुमार आग से बच गया।
संलग्न चित्र लन्दन के गार्जियन समाचार पत्र से है। लगभग 5 सेकण्ड हवा में उड़ने पर ही ईंधन चुक गया, बोइंग कम्पनी का दावा हैं कि ईंधन चुकने की समस्या नहीं थी, अर्थात् पॉयलट दोषी था। अमरीका की सबसे बड़ी आन्तरिक फ्लाइट कम्पनी डेल्टा की पॉयलट कैप्टन एंड्रिया रेटफील्ड ने कम्पनी मैनेजमेण्ट को सूचना दी कि विमान में फ्लाइट सेफ्टी नियमों का उल्लंघन हो रहा है। सुधार की बजाय एंड्रिया को नौकरी से हटा दिया गया । बाद में उन्होंने मुकदमा जीत कर सिद्ध किया कि खर्च बचाने हेतु कम्पनी जान बूझकर नियमों को ताक पर रख रही थी। कई लोग तुर्की की मेण्टेनेन्स कम्पनी पर ठीकरा फोड़ रहे हैं, जबकि मेण्टेनेन्स कम्पनी पर ग्राउण्ड क्लीयरेन्स का भार नहीं रहता। विमान में गड़बड़ी पकड़ाने पर ही मेण्टेनेन्स कम्पनी को सूचना दी जाती है। हो सकता है कि मेण्टेनेन्स कम्पनी ने विमान की इलेक्ट्रॉनिक प्रणाली में कोई हैकिंग सॉफ्टवेयर डालकर फ्यूअल सप्व्लाई में रिमोट सैबोटेज किया हो। एक ब्लैक बॉक्स मिल चुका है, दूसरा जले हुए कबाड़े में ढूँढा जा रहा है । पूरी जाँच में बहुत समय लगेगा।
ईश्वर से सभी दिवंगत के लिए शांति एवं घायलों के स्वस्थ होने की कामना। हादसे की गहन जान होनी चाहिए। जो हॉस्टल के डॉक्टर थे, उनके परिवार को भी मुआवजा दिया जाना चाहिए। साथ ही पुराने प्लेन बदल कर नए प्लेन खरीदे जाने चाहिए। प्लेन की सही जांच कर देखरेख से हादसों को कम किया जा सकता है।
शमशेर भालू खां गांधीवादी सामाजिक कार्यकर्ता, राजस्थान।
स्रोत है-
गेटी इमेज
दैनिक भास्कर
बीबीसी हिंदी
शमशेर भालू खां
जिगर चुरूवी
9587243963
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